शहीदों हम शर्मिन्दा हैं, तुम्हें भुलाकर जिन्दा हैं।। हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी व लक्ष्मीबाई ब्रिगेड के बैनर तले साल भर में बासठ महापुरुषों का जन्मदिन और 189 महापुरषों का
बलिदान व निर्वाण दिवस मनाया जाता है। जनवरी के महीने में सात महापुरुषों क्रमशः 22 को अमर
शहीद रोशन सिंह, 23 को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, 28 को लाला लाजपत राय व 30 को अमर शहीद मंगल पाण्डेय व तीन अन्य का जन्मदिन व पांच लोगों क्रमशः 21 को शहीद हेमू कालाणी व चार अन्य का बलिदान दिवस मनाते हैं। इसी तरह फरवरी माह में जिन तीन महापरुषों का जन्मदिन मनाया जाता है उसमें 11 को तिलका मांझी, 13 को सरोजनी नायडू व 23 को सन्त गाडगे हैं। इसके साथ ही ११ महान बलिदानियों क्रमशः 4 को चौरी काण्ड के अमर सपूतों का, 27 को अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद, सरदार किशन सिंह व उनके छह साथियों व तीन अन्य का बलिदान दिवस मनाया जाता है। मार्च में दो महापुरुषों क्रमशः चार को छत्रपति शिवाजी व 23 को हेमू कालाणी का जन्मदिन मनाया जाता है । इसके साथ बारह शहीदों क्रमशः छह को शिवदयाल सिंह व पांच साथियों, 23 को शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव व तीन अन्य लोगों का निर्वाण दिवस हिन्दुस्तान रिपब्लिकन आर्मी और रानी लक्ष्मी बाई ब्रिगेड की ओर से मनाया जाता है। अप्रैल माह में दो महापुरुषों का जन्मदिन व पचपन लोगों का शहीद दिवस मनाते हैं। शहीद दिवस मनाने वालों में प्रमुख रुप से 13 को जलियावाला बाग नरसंहार व शहीद जोधा सिंह उनके 51 साथियों तथा चार अन्य का निर्वाण दिवस प्रमुख है।
मई माह में नौ लोगों का जन्मदिन और 44 का बलिदान दिवस मनाया जाता है। जिन नौ लोगों का जन्मदिन मनाया जाता है उसमें प्रमुख रुप से सात को रवीन्द्र नाथ टैगोर, नौ को महाराणा प्रताप और गोपाल कृष्ण गोखले, 28 को वीर सावरकर दामोदर व पांच अन्य हैं। शहीद दिवस मनाये जाने वालों में दस को राजा इदारत जहां व उनके चालिस साथियों, सत्रह को मोहित मैत्रेय व 28 को अमर शहीद भगौती चरण बोहरा हैं।
जून माह में छह महापुरुषों क्रमशः तीन को शचीन्द्र नाथ सान्याल, चार को अमर शहीद राम प्रसाद विस्मिल, 23 को अमर शहीद राजेन्द्र नाथ लाहिडी, 26 को बंकिम चन्द्र चटर्जी व तीन अन्य का जन्मदिन मनाया जाता है। इसके साथ ही सात अमर सपूतों क्रमशः नौ को विरसा मुण्डा व क्रांतिवीर हरिकिशन सिंह, बारह को सरदार उधम सिंह, 17 को वीरांगना लक्ष्मीबाई व झलकारी बाई व दो अन्य का बलिदान दिवस मनाया जाता है। जुलाई में तीन महापुरुषों का जन्मदिन व 17 अमर शहीदों का बलिदान दिवस मनाया जाता है। जिन तीन महापुरुषों का जन्मदिन मनाया जाता है उनमें 16 को भगौती चरण बोहरा, 23 को अमर शहीद चद्रशेखर आजाद व बाल गंगाधर तिलक हैं। जिन 17 लोगों का बलिदान दिवस मनाया जाता है उसमें सात को अमर शहीद वीर काली व उनके सोलह साथियों का नाम प्रमुख है। बीस को मीरा बेन का निर्वाण दिवस होता है।
देश की आजादी के माह अगस्त में दस लोगों का बलिदान दिवस व दो लोगों का निर्वाण दिवस मनाया जाता है। जिन दस लोगों का बलिदान दिवस मनाया जाता है उसमें प्रमुख रुप से 11 को अमर शहीद खुदीराम बोस, 12को लाल पद्मधर सिंह, 13 को लाल बहादुर गुप्त, 16 को ठाकुर जमींदार दास व दो साथी धनियामऊ जौनपुर पुल काण्ड, 23 को रामानन्द व रघुराई को पेड़ में बांधकर अगरौरा जौनपुर में गोली मारी गयी थी व चार अन्य प्रमुख हैं। इस महीने में किसी महापुरुष का जन्मदिन नहीं पड़ता है। सितम्बर माह में पांच लोगों का जन्मदिन दो लोगों का बलिदान दिवस मनाया जाता है। जिन दो लोगों का बलिदान दिवस मनाया जाता है उसमें दस को अमर शहीद वीर अब्दुल हमीद व 27 को राजाराम मोहन राय हैं। इसी माह की 12 तारीख को वीर अब्दुल हमीद का जन्मदिन भी मनाया जाता है। इसके अलावा चार अन्य लोगों का जन्मदिन इस माह में मनाया जाता है। अक्टूबर माह में तेरह महापुरुषों का जन्मदिन व तीन लोगों का निर्वाण दिवस मनाया जाता है। दो अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री, सात को वीरांगना दुर्गाभाभी, 11 को जय प्रकाश नारायण, 17 को सर सैय्यद अहमद खांन, 21 को ठाकुर झूरी सिंह, 22 को अशफाक उल्ला खां व 26 को गणेश शंकर विद्यार्थी व तीन अन्य का जन्मदिन मनाया जाता है। जिन तीन लोगों का निर्वाण दिवस मनाया जाता है उसमें वीरांगना दुर्गाभाभी व दो अन्य हैं।
नवम्बर माह में छह लोगों का जन्मदिन व दस लोगों का बलिदान दिवस मनाया जाता है। जिन छह लोगों का जन्मदिन इस माह में मनाया जाता है उसमें 15 को आदिवासी नेता एवं महान क्रान्तिकारी विरसा मुण्डा, 19 को रानी लक्ष्मीबाई, 22 को झलकारी बाई व तीन अन्य प्रमुख हैं। जिन दस लोगों का शहीद दिवस मनाया जाता है उसमें सात को बहादुर शाह जफर. 16 को गुरु तेग बहादुर सिंह, 28 को महात्मा ज्योतिबाफुले, 17 को लाला लाजपत राय व छह अन्य प्रमुख हैं। साल के आखिरी माह यानी दिसम्बर में आठ महापुरुषों का जन्मदिन व 11 का बलिदान दिवस मनाया जाता है।
जिन आठ महापुरुषों का जन्मदिन मनाया जाता है उसमें तीन को भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद व क्रान्तिकारी खुदीराम बोस, 25 को काशी हिन्दू विश्वविालय वाराणसी के संस्थापक पण्डित मदन मोहन मालवीय, 26 को अमर शहीद सरदार उधम सिंह व चार अन्य प्रमुख हैं। इस महीने में जिन महान क्रान्तिकारियों का बलिदान दिवस मनाया जाता है उसमें 17 को काकोरी काण्ड के एक महानायक राजेन्द्र नाथ लाहिणी, 19 को भी काकोरी काण्ड के तीन महान क्रान्तिकारियों क्रमशः रोशन सिंह, अशफाक उल्ला खां, राम प्रसाद विस्मिल व सात अन्य प्रमुख हैं। इसी महीने में हमारे संविधान के निर्माता बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर का परिनिर्वाण दिवस भी छह दिसम्बर को मनाया जाता है। भ्रष्टाचार के होड में आज के राजनेता शहीदों व महापुरुषों को तो भुला ही चुके है।
बलिदान व निर्वाण दिवस मनाया जाता है। जनवरी के महीने में सात महापुरुषों क्रमशः 22 को अमर
शहीद रोशन सिंह, 23 को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, 28 को लाला लाजपत राय व 30 को अमर शहीद मंगल पाण्डेय व तीन अन्य का जन्मदिन व पांच लोगों क्रमशः 21 को शहीद हेमू कालाणी व चार अन्य का बलिदान दिवस मनाते हैं। इसी तरह फरवरी माह में जिन तीन महापरुषों का जन्मदिन मनाया जाता है उसमें 11 को तिलका मांझी, 13 को सरोजनी नायडू व 23 को सन्त गाडगे हैं। इसके साथ ही ११ महान बलिदानियों क्रमशः 4 को चौरी काण्ड के अमर सपूतों का, 27 को अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद, सरदार किशन सिंह व उनके छह साथियों व तीन अन्य का बलिदान दिवस मनाया जाता है। मार्च में दो महापुरुषों क्रमशः चार को छत्रपति शिवाजी व 23 को हेमू कालाणी का जन्मदिन मनाया जाता है । इसके साथ बारह शहीदों क्रमशः छह को शिवदयाल सिंह व पांच साथियों, 23 को शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव व तीन अन्य लोगों का निर्वाण दिवस हिन्दुस्तान रिपब्लिकन आर्मी और रानी लक्ष्मी बाई ब्रिगेड की ओर से मनाया जाता है। अप्रैल माह में दो महापुरुषों का जन्मदिन व पचपन लोगों का शहीद दिवस मनाते हैं। शहीद दिवस मनाने वालों में प्रमुख रुप से 13 को जलियावाला बाग नरसंहार व शहीद जोधा सिंह उनके 51 साथियों तथा चार अन्य का निर्वाण दिवस प्रमुख है।
मई माह में नौ लोगों का जन्मदिन और 44 का बलिदान दिवस मनाया जाता है। जिन नौ लोगों का जन्मदिन मनाया जाता है उसमें प्रमुख रुप से सात को रवीन्द्र नाथ टैगोर, नौ को महाराणा प्रताप और गोपाल कृष्ण गोखले, 28 को वीर सावरकर दामोदर व पांच अन्य हैं। शहीद दिवस मनाये जाने वालों में दस को राजा इदारत जहां व उनके चालिस साथियों, सत्रह को मोहित मैत्रेय व 28 को अमर शहीद भगौती चरण बोहरा हैं।
जून माह में छह महापुरुषों क्रमशः तीन को शचीन्द्र नाथ सान्याल, चार को अमर शहीद राम प्रसाद विस्मिल, 23 को अमर शहीद राजेन्द्र नाथ लाहिडी, 26 को बंकिम चन्द्र चटर्जी व तीन अन्य का जन्मदिन मनाया जाता है। इसके साथ ही सात अमर सपूतों क्रमशः नौ को विरसा मुण्डा व क्रांतिवीर हरिकिशन सिंह, बारह को सरदार उधम सिंह, 17 को वीरांगना लक्ष्मीबाई व झलकारी बाई व दो अन्य का बलिदान दिवस मनाया जाता है। जुलाई में तीन महापुरुषों का जन्मदिन व 17 अमर शहीदों का बलिदान दिवस मनाया जाता है। जिन तीन महापुरुषों का जन्मदिन मनाया जाता है उनमें 16 को भगौती चरण बोहरा, 23 को अमर शहीद चद्रशेखर आजाद व बाल गंगाधर तिलक हैं। जिन 17 लोगों का बलिदान दिवस मनाया जाता है उसमें सात को अमर शहीद वीर काली व उनके सोलह साथियों का नाम प्रमुख है। बीस को मीरा बेन का निर्वाण दिवस होता है।
देश की आजादी के माह अगस्त में दस लोगों का बलिदान दिवस व दो लोगों का निर्वाण दिवस मनाया जाता है। जिन दस लोगों का बलिदान दिवस मनाया जाता है उसमें प्रमुख रुप से 11 को अमर शहीद खुदीराम बोस, 12को लाल पद्मधर सिंह, 13 को लाल बहादुर गुप्त, 16 को ठाकुर जमींदार दास व दो साथी धनियामऊ जौनपुर पुल काण्ड, 23 को रामानन्द व रघुराई को पेड़ में बांधकर अगरौरा जौनपुर में गोली मारी गयी थी व चार अन्य प्रमुख हैं। इस महीने में किसी महापुरुष का जन्मदिन नहीं पड़ता है। सितम्बर माह में पांच लोगों का जन्मदिन दो लोगों का बलिदान दिवस मनाया जाता है। जिन दो लोगों का बलिदान दिवस मनाया जाता है उसमें दस को अमर शहीद वीर अब्दुल हमीद व 27 को राजाराम मोहन राय हैं। इसी माह की 12 तारीख को वीर अब्दुल हमीद का जन्मदिन भी मनाया जाता है। इसके अलावा चार अन्य लोगों का जन्मदिन इस माह में मनाया जाता है। अक्टूबर माह में तेरह महापुरुषों का जन्मदिन व तीन लोगों का निर्वाण दिवस मनाया जाता है। दो अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री, सात को वीरांगना दुर्गाभाभी, 11 को जय प्रकाश नारायण, 17 को सर सैय्यद अहमद खांन, 21 को ठाकुर झूरी सिंह, 22 को अशफाक उल्ला खां व 26 को गणेश शंकर विद्यार्थी व तीन अन्य का जन्मदिन मनाया जाता है। जिन तीन लोगों का निर्वाण दिवस मनाया जाता है उसमें वीरांगना दुर्गाभाभी व दो अन्य हैं।
नवम्बर माह में छह लोगों का जन्मदिन व दस लोगों का बलिदान दिवस मनाया जाता है। जिन छह लोगों का जन्मदिन इस माह में मनाया जाता है उसमें 15 को आदिवासी नेता एवं महान क्रान्तिकारी विरसा मुण्डा, 19 को रानी लक्ष्मीबाई, 22 को झलकारी बाई व तीन अन्य प्रमुख हैं। जिन दस लोगों का शहीद दिवस मनाया जाता है उसमें सात को बहादुर शाह जफर. 16 को गुरु तेग बहादुर सिंह, 28 को महात्मा ज्योतिबाफुले, 17 को लाला लाजपत राय व छह अन्य प्रमुख हैं। साल के आखिरी माह यानी दिसम्बर में आठ महापुरुषों का जन्मदिन व 11 का बलिदान दिवस मनाया जाता है।
जिन आठ महापुरुषों का जन्मदिन मनाया जाता है उसमें तीन को भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद व क्रान्तिकारी खुदीराम बोस, 25 को काशी हिन्दू विश्वविालय वाराणसी के संस्थापक पण्डित मदन मोहन मालवीय, 26 को अमर शहीद सरदार उधम सिंह व चार अन्य प्रमुख हैं। इस महीने में जिन महान क्रान्तिकारियों का बलिदान दिवस मनाया जाता है उसमें 17 को काकोरी काण्ड के एक महानायक राजेन्द्र नाथ लाहिणी, 19 को भी काकोरी काण्ड के तीन महान क्रान्तिकारियों क्रमशः रोशन सिंह, अशफाक उल्ला खां, राम प्रसाद विस्मिल व सात अन्य प्रमुख हैं। इसी महीने में हमारे संविधान के निर्माता बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर का परिनिर्वाण दिवस भी छह दिसम्बर को मनाया जाता है। भ्रष्टाचार के होड में आज के राजनेता शहीदों व महापुरुषों को तो भुला ही चुके है।
http://kalkiavatarnew2015.blogspot.in/
ReplyDeleteपरमात्मा (कल्कि अवतार ) का प्राकट्य /अवतरण हो चुका है जिनको साकार विश्व हरि कहते हैं साकार विश्व हरि ब्रहमांड के कुल मालिक हैं वह इस धरती पर निशुल्क निस्वार्थ निष्पक्ष रूप मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम का आयोजन कर रहे हैं जो आज तक किसी भी युग में नहीं हुआ है आज वह वर्तमान में हो रहा है वह बड़े बड़े रहस्य खोल रहे हैं और आने वाले समय में मानव धर्म सत्य धर्म की स्थापना करने वाले हैं इस समय अलवर राजस्थान भारत में हैं
ReplyDeleteपरमात्मा (कल्कि अवतार ) का प्राकट्य /अवतरण हो चुका है जिनको साकार विश्व हरि कहते हैं साकार विश्व हरि ब्रहमांड के कुल मालिक हैं वह इस धरती पर निशुल्क निस्वार्थ निष्पक्ष रूप मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम का आयोजन कर रहे हैं जो आज तक किसी भी युग में नहीं हुआ है आज वह वर्तमान में हो रहा है वह बड़े बड़े रहस्य खोल रहे हैं और आने वाले समय में मानव धर्म सत्य धर्म की स्थापना करने वाले हैं इस समय अलवर राजस्थान भारत में हैं
ReplyDelete