इस युग का सत्य
कल्कि अवतार? कौन और कहाँ ?
आदिकाल
से ही हर युग में असुरत्व के नाश एवं धर्म की स्थापना हेतु युगपुरुषों का अवतरण
होता रहा है। ऐसा ही परिवर्तन इस कलियुग में भी सुनिश्चित है, क्योंकि सभी आसुरी परिस्थितियां आज
अपनी चरम सीमा पर पहुंच चुकी हैं। इसलिए, धर्मरक्षार्थ
इस कलियुग में भी ‘‘युगप्रवर्तक‘‘ का जन्म हो चुका है। ऐसा हम नहीं
वर्तमान के तथा 400-500 वर्ष पूर्व के अनेकों देशी-विदेशी
भविष्यवक्ता जैसे-नास्त्रेदमस, कीरो, श्रीमती आयरिनह्यूजेज, कीर्तिधरण, संत गुरु नानक देव, प्रो. गेरार्डक्राइसे, मि.
एडरसन, पादरी पिओ, योगी आनन्दाचार्य, पीटरहरकौस, निर्वाणानन्द जी, जीनडिक्सन, आर्थरचार्ल्सक्लार्क, डा. जूलबर्न, प्रो. हरार, महात्मा तिश्वरंजन ब्रह्मचारी आदि
अनेकों दिव्यदर्शी, आत्मशक्तिसम्पन्न व्यक्तित्व जो
सूक्ष्मजगत् की हलचलों का पूर्वाभास प्राप्त करके अपनी-अपनी भविष्यवाणियों में लिख
गये हैं कि वह अवतार कौन है और कहां पर है ?
मेरे परम आराध्य सद्गुरुदेव व माता
आदिशक्ति जगत् जननी जगदम्बा जी की कृपा व आशीर्वाद से इस युग के महान् सत्य (कल्कि
अवतार) को मैंने नजदीक से जाना है, पहिचाना
है और उनका सानिध्य भी प्राप्त किया है तथा सत्य की कसौटी पर भी परखा है। मैं इस
वेबसाइट के माध्यम से उस महापुरुष की पहिचान के विषय के अधिकांश प्रामाणिक तथ्य
समाज के सामने रख रहा हूं,
जिससे समाज भी उन पर गहन अध्ययन करे और
उसे इस युग के अवतार के रूप में स्वीकार करे, साथ
ही इसी जीवन में मेरे साथ-साथ समाज का भी कल्याण हो सके।
मैने देश व विदेश के प्रसिद्ध
भविष्यवक्ताओं की भविष्यवाणियों का एक ऐसा संकलन तैयार किया है जिससे निश्चित ही कल्कि
अवतार के संबंध में भटकते समाज के समक्ष सत्यता को उभार सकूंगा। यह वेबसाइट एक ऐसी
प्रामाणिक भविष्यवाणियों का संग्रह है, जिससे
पूर्णतः स्पष्ट हो जाता है कि उस ‘‘युगपुरुष‘‘ का अवतरण हो चुका है, एवम् वर्तमान समय में भटके हुए समाज को
भगवान कल्कि एक नया रास्ता दिखा रहे हैं, परन्तु
हम उन्हें पहचान नहीं पा रहे हैं क्योकि वर्तमान कलियुगी वातावरण में चारों तरफ
इतना भटकाव फैला हुआ है कि वह अवतार हमारे सामने होते हुए भी हम उसे अपना नहीं पा
रहे हैं या उस पर विश्वास नहीं कर पा रहे हैं। यह निश्चित है कि हम अगर समय रहते
उसे खोज सके, तो हमारा कल्याण इसी जीवन में हो
जायेगा।
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